पंप एंड डंप रैकेट पर सेबी का छापा: शेयरों में हेरफेर की जांच तेज
बाजार नियामक सेबी (SEBI) ने शेयरों में 'पंप एंड पंप' योजनाओं, यानी कृत्रिम रूप से दाम बढ़ाकर बेचने के मामलों पर कड़ी कारवाई की है। नियामक ने जून 2025 में देश के कई इलाकों में बड़े पैमाने पर तलाशी और जब्ती अभियान चलाया, जिसमें कई आपत्तिजनक सबूत जब्त किए गए । इस मामले की जांच अभी भी जारी है।
क्या है 'पंप एंड डंप' धोखाधड़ी?
पंप एंड डंप (Pump and Dump) एक धोखे वाला तरीका है जहां कुछ लोग मिलकर किसी शेयर में ट्रेडिंग वॉल्यूम बढ़ाकर उसकी कीमत को जानबूझ कर ऊपर ले जाते हैं। ऐसा अक्सर भ्रामक जानकारी या झूठी अफवाहें फैलाकर किया जाता है। जब निवेशक इन बढ़ी हुई कीमतों पर शेयर खरीदने लगते हैं और दाम बहुत ज्यादा ऊपर चला जाता है ,तो ये लोग अपने शेयर बेचकर निकल जाते हैं, जिससे शेयर की कीमत अचानक गिर जाती है। इस धोखाधड़ी से आम निवेशकों को भारी नुकसान होता है।
सेबी की हालिया कार्रवाई
सेबी ने एक बयान में कहा कि उन्होंने जून 2025 में कुछ शेयरों से जुड़ी पंप एंड डंप योजनाओं के संबंध में कई स्थानों पर तलाशी और जब्ती अभियान चलाया है और इस दौरान आपत्तिजनक सबूत जब्त किए गए हैं और जांच अभी भी चाल रही है। हाल के समय में सेबी ने छोटे और मध्यम उद्दमों (SMEs) से जुड़े ऐसे मामलों में अपराधियों के खिलाफ सख्त कारवाई की है। इन मामलों में पाया गया था कि शेयरों की कीमतें बढ़ाने के लिए यूट्यूब और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म पर भ्रामक विडिओ का इस्तेमाल किया गया था। इसमें प्रमोटर इकाइयों द्वारा कथित तौर पर अपने शेयरों को सबसे ऊंची कीमतों पर बेच देना भी शामिल था।
सेबी की यह कार्रवाई यह सुनिश्चित करने के लिए है कि शेयर बाजार में पारदर्शिता और निष्पक्षता बनी रहे, और निवेशकों के हितों की रक्षा की जा सके।