भारतीय शेयर बाजार में मौजूदा सुस्त माहौल के बीच ब्रोकरेज फर्म नुवामा इक्विटीज ने FMCG सेक्टर के दिग्गज स्टॉक्स डाबर इंडिया पर सकारात्मक रुख ढिकहते हुए खरीदारी की सलाह दी यह स्टॉक अपने 52-वीक हाई से करीब 26% नीचे चल रहा है, जिससे निवेशकों के लिए आकर्षक एंट्री पॉइंट बन सकता है।
डाबर इंडिया पर नुवामा इक्विटीज की 'BUY' रेटिंग
नुवामा ईक्विटीज ने डाबर इंडिया पर अपनी "BUY" रेटिंग बरकरार रखी है और ₹615 का टारगेट प्राइस (शुक्रवार को ₹495 पर बंद) के हिसाब से यह लगभग 25% का अपसाइड दिखा सकता है। ब्रोकरेज का कहना है कि डाबर द्वारा Q1FY26 के अपडेट अनुमानों के अनुरूप हैं और कंपनी के भारतीय कारोबार को लेकर भरोसा बरकरार है।
क्यों है डाबर में तेज़ी की उम्मीद?
- शहरी खपत में सुधार: डाबर का मानना है कि शहरी क्षेत्रों में खपत बढ़ने और FMCG सेक्टर में बढ़ती मांग से वॉल्यूम ग्रोथ को बढ़ावा मिलेगा।
- राजस्व में बृद्धि की उम्मीद: नुवामा को उम्मीद है कि कंपनी का कंसोलिडेशन रेवेन्यू सालाना आधार पर 2.1% बढ़ेगा।
- अंतर्राष्ट्रीय कारोबार का प्रदर्शन: अंतर्राष्ट्रीय कारोबार में 17% की दमदार ग्रोथ देखने को मिल सकती है।
- हेल्थकेयर और HPC सेगमेंट: HPC सेगमेंट अच्छा प्रदर्शन कर सकता है, जबकि हेल्थकेयर सेगमेंट में दोहरे अंकों की ग्रोथ की उम्मीद है। डाबर हनीटस की बिक्री Q1FY26 में लगभग 40% बढ़ सकती है।
- बेवरेज पोर्टफोलियो: हालांकि गर्मी कम पड़ने से बेवरेज को नुकसान हुआ है, लेकिन एक्टिव जूस और कोकोनट वॉटर की बिक्री 13-17% की ग्रोथ दिखा सकती है।
डाबर इंडिया का हालिया प्रदर्शन
हाल ही में डाबर इंडिया के शेयरों में तेजी देखने को मिली है। पिछले एक महीने में यह शेयर 6% से ज्यादा और तीन महीने में 13% ज्यादा चढ़ा है। हालांकि, पिछले एक साल में स्टॉक में 15% और दो साल में 10% गिरावट आई है। कंपनी का 52-वीक हाई ₹672 और 52-वीक लो ₹420 है। फिलहाल डाबर इंडिया का मार्केट कैप ₹91,043 करोड़ है।
बाजार के जानकारों का मानना है कि ग्लोबल संकेतों की सुस्ती के बावजूद, मजबूत फंडामेंटल वाले स्टॉक्स में निवेश का सही समय हो सकता है। डाबर इंडिया की ग्रामीण और शहरी दोनों बाजारों में मजबूत पकड़ और प्रोजेक्ट पोर्टफोलियो इसे लंबी अवधि के लिए एक आकर्षक निवेश विकल्प बनाता है।
डिस्क्लेमर: यहाँ स्टॉक में खरीदारी की सलाह ब्रोकरेज फर्म ने दी है। शेयर बाजार में निवेश जोखिमों के अधीन है। निवेश संबंधी कोई भी फैसला लेने से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से सलाह अवश्य लें।