संबव स्टील ट्यूबस ने अपना 540 करोड़ रुपये का आरंभिक सार्वजनिक निर्गम(IPO) लेकर आ रही है, जो 25 जून को निवेशकों के लिए खुलेगा और 27 जून को बंद होगा। कंपनी ने इसके लिए प्रति शेयर ₹77 से ₹82 का प्राइस बैंड तय किया है। इसमें पब्लिक ऑफर फॉर सेल (OFS) शामिल है।
आईपीओ का विवरण और आरक्षण
संबव स्टील ट्यूबस ने बताया कि आईपीओ का आधा हिस्सा (50%) योग्य संस्थागत खरीदारों QIB के लिए आरक्षित किया गया है। वहीं, रिटेल निवेशकों के लिए 35% हिस्सा और गैर-संस्थागत निवेशकों (NII) के लिए शेष 15% हिस्सा आरक्षित रखा गया है।
नुवामा वेल्थ मैनेजमेंट लिमिटेड और मोतीलाल ओसावल इन्वेस्टमेंट एड्वाइजर्स लिमिटेड इस इश्यू के बुक रनिंग लीड मैनेजर्स हैं। संबव स्टील ट्यूबस के शेयरों की लिस्टिंग बीएसई और एनएसई पर 2 जुलाई को होने की उम्मीद है।
कंपनी आईपीओ की रकम का क्या करेगी?
फ्रेश इश्यू से मिलने वाली ₹440 करोड़ की रकम का इस्तेमाल कंपनी मुख्य रूप से कर्ज चुकाने और सामान्य कार्पोरेट जरूरतों (जैसे संचालन, विस्तार आदि ) के लिए करेगी। संबव स्टील ट्यूबस, इलेक्ट्रिक रेसिस्टेंस वेल्डेड (ERW) स्टील पाइप्स और स्ट्रक्चरल ट्यूबस (होलो सेक्शन ) की इंस्टॉल्ड कैपेसिटी के हिसाब से भारत की प्रमुख मैन्युफैक्चर्स में से एक है।
स्टील पाइप्स और ट्यूब्स की बढ़ती डिमांड
रेटिंग एजेंसी क्रिसिल की एक रिपोर्ट के अनुसार, भारत में स्टील पाइप्स और ट्यूबस की मांग तेजी से बढ़ रही है:
- वर्तमान अनुमान: वित्तीय वर्ष 2019 में सालाना 8.8 मिलियन टन (MTPA) से बढ़कर वित्तीय वर्ष 2025 तक यह 12.50-13.50 MTPA तक पहुचने का अनुमान है। यह 5-6% की सालाना ग्रोथ रेट (CAGR) को दर्शाता है।
- विकास का कारण: यह ग्रोथ मुख्य रूप से शहरी संरचनात्मक ढांचे को मजबूत करने और तेल गैस क्षेत्र में निवेश को बढ़ावा देने वाली सरकारी पहलों के कारण हुई है।
- भविष्य की संभावना: रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि वित्तीय वर्ष 2025 से वित्तीय वर्ष 2029 के बीच घरेलू स्टील पाइप की मांग 8-9% CAGR से बढ़कर वित्तीय वर्ष 2029 तक 18.50-20.50 MTPA तक पहुँच सकती है।