अंबुजा सीमेंट्स पर ब्रोकरेज की बंटी राय: मोतीलाल और नुवामा ने कहा 'खरीदो', कोटक ने दी 'बेचने' की सलाह!

अंबुजा सीमेंट्स के राजस्थान के मारवाड़ मुंडवा प्लांट के हालिया दौरे के बाद शेयर बाजार में इस कंपनी को लेकर नई हलचल देखने को मिल रही है। प्लांट विजिट के दौरान कंपनी के सीनियर मैनेजमेंट से हुई बातचीत के आधार पर तीन प्रमुख ब्रोकरेज फ़र्मों- मोतीलाल ओसवाल, नुवमा इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज और कोटक इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज ने अपनी रिपोर्ट जारी की हैं। खास बात यह है कि जहां मोतीलाल ओसवाल और नुवामा ने अंबुजा को खरीदने की सलाह दी है, वहीं कोटक इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज ने इसे बेचने की राय दी है, जिसने निवेशकों के बीच भ्रम की स्थिति बन गई है। 

मोतीलाल ओसवाल को दिख रहा 21% मुनाफा: ₹700 का टारगेट

मोतीलाल ओसवाल ने अंबुजा सीमेंट्स पर अपना भरोसा जताते हुए इसके लिए ₹700 का टारगेट प्राइस तय किया है, जो इसकी वर्तमान कीमत ₹580 से करीब 21% ऊपर है। रिपोर्ट बताती है कि कंपनी ने हाल के समय में अपना मार्केट शेयर 11-12% से बढ़ाकर 14.5% कर लिया है और इसका लक्ष्य FY28 तक 17-18% और FY30 तक 20% से अधिक पहुंचने का है। 

मोतीलाल ओसवाल का मानना है कि अंबुजा सीमेंट कारोबार इसकी आय बढ़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। कंपनी FY28 तक 140 मिलियन टन वार्षिक उत्पादन क्षमता प्राप्त करने के लक्ष्य पर तेजी से काम कर रही है। ब्रोकरेज का यह भी कहना है कि EBITDA प्रति टन का लक्ष्य ₹1,500 तक पहुंच सकता है, जो लागत बचत और बेहतर प्रोडक्ट मिक्स से संभव होगा।

नुवामा को अधिग्रहण से वॉल्यूम ग्रोथ की उम्मीद: ₹694 का टारगेट

नुवामा इंस्टीट्यूशनल ईक्विटीज ने भी अंबुजा सीमेंट्स पर सकारात्मक रुख अपनाते हुए इसका टारगेट प्राइस ₹694 बताया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि अडानी ग्रुप की कुल सीमेंट उत्पादन क्षमता अब 103 मिलियन टन को पार कर चुकी है और FY28 तक 140 मिलियन टन के लक्ष्य को पूरा करने की दिशा में यह समूह अग्रसर है।

नुवामा का मानना है कि कंपनी प्रति टन ₹500 से ₹550 की लागत बचत हासिल कर सकती है। साथ ही, FY26 में कंपनी 25% वॉल्यूम ग्रोथ हासिल कर सकती है, जिसमें अधिग्रहण की भूमिका अहम रहेगी। अंबुजा को अब लगता है कि सीमेंट की कीमतें अपने निचले स्तर पर पहुंच चुकी हैं और अब उनमें सुधार की गुंजाइश है। रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि कंपनी जून 2026 तक 1 गीगावॉट हरित ऊर्जा परियोजना को चालू करने की दिशा में काम कर रही है, जो भविष्य में लागत घटाने में मदद करेगी।

कोटक ने दी 'SELL' रेटिंग: मौजूदा कीमतें लग रही हैं ज्यादा

इसके विपरीत, कोटक इंस्टीट्यूशनल ईक्विटीज की राय अंबुजा सीमेंट्स को लेकर नकारात्मक है। कोटक ने अंबुजा पर ₹360 का टारगेट दिया है। लेकिन कोटक का मानना है कि ₹500 से ₹600 प्रति टन की लागत बचत अगले कुछ वर्षों में धीरे -धीरे ही सामने आएगी और इसका मुख्य लाभ FY26 से FY28 के आखिर में ही दिखेगा। कोटक के अनुसार, जब तक कीमतें अधिक हैं और बचत का लाभ पुरी तरह स्पष्ट नहीं है, तब तक निवेश से बचना बेहतर होगा। 

डिस्क्लेमर: यह खबर ब्रोकरेज की रिपोर्ट के आधार पर है। निवेश संबंधित फैसले लेने से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से सलाह अवश्य लें।