अब शेयर बाज़ार में लिस्ट होगा Meesho! ₹4,250 करोड़ के IPO प्लान को अंतिम मंज़ूरी
बेंगलुरू स्थित ई-कॉमर्स प्लेटफ़ॉर्म मिशों (Meesho) अपनी प्रारंभिक सार्वजनिक पेशकश (IPO) लाने के लिए तैयार है। कंपनी ने ₹4,250 करोड़ (करीब 500 मिलियन डॉलर) की नई पूंजी जुटाने का लक्ष्य रखा है, जिसके लिए उसे रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज (RoC) से मंजूरी मिल गई है। टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, यह मंजूरी शेयरधारकों की एक विशेष आम बैठक (EGM) में सहमति के बाद दी गई है।
सेबी के गोपनीय मार्ग से दाखिल होगा DRHP
मिशों अब भारतीय प्रतिभूति एवं विनियम बोर्ड (SEBI) के गोपनीय मार्ग के तहत अपना ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) दाखिल करने की तैयारी कर रही है। आईपीओ फाइलिंग से पहले, कंपनी ने अपने शेयरधारकों से कई अहम प्रस्तावों को मंजूरी दिलाई है, जिसमें कंपनी के को-फाउन्डर विदित आत्रेय को चेयरमैन, मैनेजिंग डायरेक्टर और सीईओ बनाए जाने का फैसला भी शामिल है।
आईपीओ का स्ट्रक्चर और प्रमुख निवेशक
मिशो के प्रस्तावित आईपीओ में ₹4,250 करोड़ तक का फ्रेश इश्यू शामिल होगा। इसके साथ ही, कुछ मौजूदा निवेशक अपनी हिस्सेदारी भी बेचेंगे। कंपनी के प्रमुख निवेशकों में Elevation Capital, Peak XV Partners और Prosus शामिल हैं, जिनकी हिस्सेदारी कंपनी में 13-15% के बीच है। जापानी निवेशक SoftBank की हिस्सेदारी करीब 10% है। WestBridge Capital और Fidelity जैसे निवेशक भी कंपनी से जुड़े हुए हैं।
कंपनी की पिछली फंडिंग लगभग $550 मिलियन की थी, जो मुख्य रूप से सेकेंडरी शेयरों के लेन देन के ज़रिए हुई थी। इस फंडिंग के दौरान कंपनी का मूल्यांकन लगभग $3.9 बिलियन था, जो उसके शिखर मूल्यांकन $5 बिलियन से थोड़ा कम रहा।
ऑर्डर्स में ज़बरदस्त उछाल और भविष्य की संभावनाएं
Prosus द्वारा जारी एक निवेशक प्रेजेंटेशन के मुताबिक, वित्त वर्ष 2025 में मिशो ने 1.8 अरब ऑर्डर पूरे किए, जो वित्त वर्ष 2024 के 1.3 अरब ऑर्डर की तुलना में 37% की सालाना बढ़त है। यह मिशो की तेजी से बढ़ती लोकप्रियता और बाजार में उसकी पकड़ को दर्शाता है।
अगर सब कुछ योजना के अनुसार रहा, तो मिशो भारत में शेयर बाजार में सूचीबद्ध होने वाली पहली Horizontal e-commerce कंपनी बन सकती है। उसकी प्रमुख प्रतिद्वंद्वी, वॉलमार्ट (Walmart) के स्वामित्व वाली फ्लिपकार्ट (Flipkart) भी सिंगापुर से भारत में अपना डोमिसाइल स्थानांतरित करने की प्रक्रिया में है और अगले साल अपने आईपीओ की तैयारी कर रही है। मिशो का यह कदम भारतीय ई -कॉमर्स सेक्टर के लिए एक बड़ा मिल का पत्थर साबित हो सकता है।