टाटा मोटर्स: नया इलेक्ट्रिक मॉडल लॉन्च, पर ब्रोकरेज ने दी 'बेचने' की सलाह; जानें क्यों

कमर्शियल और पैसेंजर वाहन बनाने वाली दिग्गज कंपनी टाटा मोटर्स के शेयर बुधवार (4 जून) को इंट्रा-डे ट्रेड में बीएसई पर 2% तक चढ़ गए। यह तेजी नई इलेक्ट्रिक गाड़ी लॉन्च करने के चलते दिखी, जहां कंपनी ने अपनी लोकप्रिय एसयूवी हरियर को अब ईवी (इलेक्ट्रिक व्हीकल) अवतार में पेश किया है। हालांकि, इस उछाल के बावजूद, ब्रोकरेज फर्म कोटक इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज़ ने शेयर पर अपनी 'बेचने' की सलाह को बरकरार रखा है और ₹600 का टारगेट प्राइस दिया है।

शेयर की चाल और ब्रोकरेज की राय

आज टाटा मोटर्स का शेयर ₹703 पर खुला और 1.7% चढ़कर ₹715.50 के ऊपरी स्तर तक गया। दोपहर 2:25 बजे यह 0.87% की बढ़त के साथ ₹709.70 पर कारोबार कर रहा था। इसके बावजूद कोटक इन्स्टीट्यूशनल ईक्विटीज ने टाटा मोटर्स लिमिटेड पर अपनी 'SELL'(बेचने) की रेटिंग बनाए रखी है और शेयर के लिए ₹600 का 'फेयर वैल्यू' (उचित मूल्य) निर्धारित किया है।

JLR और घरेलू कारोबार की चिंताएं

कोटक ने यह फैसला कंपनी की सहायक कंपनी जैगुआर लैन्ड रोवर (JRL) की वित्त वर्ष 2025 की वार्षिक रिपोर्ट की गहन समीक्षा के बाद लिया है। ब्रोकरेज का मानना है कि JRL को प्रमुख वैश्विक बाजारों में कड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ रहा है । सबसे बड़ी चिंता यह है कि JRL की FY2026-27 की वित्तीय अनुमानित रिपोर्ट में अमेरिकी टैरिफ (शुल्क) के संभावित प्रभाव को पूरी तरह से शामिल नहीं किया गया है। कोटक का कहना है कि ये नए टैरिफ कंपनी की आय पर महत्वपूर्ण असर डाल सकते हैं, जिसका अभी तक पूरी तरह से आकलन नहीं किया गया है।इसके अतिरिक्त टाटा मोटर्स के खासकर चीन में कमजोर मांग और अमेरिका में संभावित टैरिफ के असर के चलते। साथ ही, टाटा मोटर्स को घरेलू कमर्शियल और पैसेंजर व्हीकल सेगमेंट में बाजार हिस्सेदारी गंवाने की चिंता का भी सामना करना पड़ रहा है।

टाटा मोटर्स के Q4 नतीजे (FY25)

कंपनी के चौथी तिमाही (FY25 Q4) के नतीजे भी उम्मीद के मुताबिक नहीं रहे। शुद्ध मुनाफा सालाना आधार पर 51% गिरकर ₹8,470 करो रहा। यह गिरावट पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में लगभग ₹9,000 करोड़ की आस्थगित कर देनदारियों  और तिमाही के दौरान ₹566 करोड़ के असाधारण मद के कारण हुई।

वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में कंपनी का राजस्व सालाना आधार पर सिर्फ 0.5% बढ़कर ₹1,18,927 करोड़ रहा। इसी तिमाही में एबिटा 4.1% घटकर ₹16,700 करोड़ रह गया, जबकि कर एवं असाधारण व्यय पूर्व लाभ ₹2,500 करोड़ बढ़कर ₹12,100 करोड़ रहा।

यह विश्लेषण दर्शाता है कि टाटा मोटर्स के लिए नई ईवी लॉन्चिंग के उत्साह के बावजूद, JLR से जुड़ी वैश्विक चुनौतियाँ और घरेलू बाजार की मांग का दबाव कंपनी के वित्तीय प्रदर्शन पर असर डाल सकता है, जिस पर निवेशकों को ध्यान देने की ज़रूरत होगी।