रिलायंस इंडस्ट्रीज का शेयर 8 महीने के शिखर पर: क्या अब भी खरीदारी का मौका है?

मुकेश अंबानी के नेतृत्व वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) के बुधवार के इंट्राडे कारोबार में बीएसई पर 2% की बढ़त के साथ ₹1,468 के आठ महीने के उच्च स्तर पर पहुंच गए। यह 1 अक्टूबर, 2024 के बाद से इसका उच्चतम स्तर था। इससे पहले, 8 जुलाई, 2024 को यह ₹1,608.95 के 52-वीक हाई पर पहुंच गया था।रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर अप्रैल महीने के अपने निचले स्तर ₹1,155.55 से 32% तक उछल चुके हैं। इसकी तुलना में, बीएसई सेंसेक्स 7 अप्रैल, 2025 को अपने 52-वीक के निचले स्तर ₹71,425.01 से 15.4% की उछाल दर्ज कर चुका है।

सुबह 11 बजे, रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) के शेयर बीएसई पर 1.52% या ₹21.85 बढ़कर ₹1460.45 पर कारोबार कर रहे थे, जबकि इस दौरान बीएसई सेंसेक्स 0.27% की बढ़त लेकर 82,615.20 पर था।

ब्रोकरेज फर्मों की राय: 'खरीदें' या 'होल्ड करें'?

मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज (MOFSL):

  • MOFSL का मानना है कि रिलायंस जियो वित्त वर्ष 2025-27 के दौरान कंपनी की सबसे बड़ी ग्रोथ ड्राइवर साबित होगी, जिसमें 21% की EBITDA कंपाउंड एनुअल ग्रोथ रेट रहने का अनुमान है। 
  • ब्रोकरेज फर्म को उम्मीद है की रिटेल सेगमेंट में ग्रोथ की रिकवरी देखने को मिलेगी, खासकर गैर-लाभकारी स्टोर्स के युक्तिकरण और B2B सेगमेंट में विस्तार व क्विक कॉमर्स में प्रवेश के चलते। 
  • रेटिंग: 'Buy' (खरीदें)
  • टारगेट प्राइस: ₹1515 (मौजूदा क्लोजिंग प्राइस से 5.3% की बढ़त का संकेत)

जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज (Geojit Financial Services):

  • जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज ने कहा कि रिलायंस इंडस्ट्रीज को डिजिटल सेवाओं सेगमेंट में 5 G सेवाओं के रोलआउट एवरेज यूजर इनकम (ARPU)  में संभावित वृद्धि और होम ब्रॉडबैंड सेवाओं के विस्तार जैसे कारकों से लाभ होने की उम्मीद है। 
  • इसके अलावा, रिटेल कारोबार की ग्रोथ को मार्केट शेयर में बढ़ोतरी और क्विक कॉमर्स के नए अवसरों से गति मिलने की संभावना है। 
  • चुनौतियां: हालांकि, रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) की ग्रोथ की रफ्तार पर नई ऊर्जा पहलों में बढ़ते निवेश के कारण मार्जिन पर दबाव और ईंधन व रसायनों की वैश्विक मांग में मंदी जैसे कारक असर डाल सकते हैं।
  • रेटिंग: 'HOLD' (होल्ड करें)
  • टारगेट प्राइस: ₹1,568 प्रति शेयर (मौजूदा लेवल से 8.9% की बढ़त दर्शाता है)