सेंसेक्स में 138 अंकों की गिरावट, ₹2 लाख करोड़ का नुकसान, निफ्टी 24,812 पर
बुधवार को भारतीय शेयर बाजार लगातार दुसरे सेशन में गिरावट के साथ बंद हुआ। ईरान और इजराइल के बीच बढ़ते तनाव ने निवेशकों को सतर्क रखा, और वे अमेरिकी फेडरल रिजर्व के आगामी नीतिगत फैसले का इंतजार कर रहे थे, जिसका असर दुनिया भर के बाजरों पर दिख सकता है। इस एक ही ट्रेडिंग सेशन में निवेशकों को ₹2 लाख करोड़ का भारी नुकसान हुआ।
बाजार का हाल ; लाल निशान में बंद हुए सूचकांक
- सेंसेक्स: यह 81,314 के स्तर पर खुला और 0.17 प्रतिशत की गिरावट के साथ 81,444 पर बंद हुआ।
- निफ्टी: निफ्टी 50 भी 24,788 के स्तर पर खुला और 0.17% की मामूली गिरावट के साथ 24,812 पर क्लोज हुआ।
बड़े सूचकांक के साथ-साथ, निफ्टी स्मॉलकैप 100 में 0.2 प्रतिशत तक की गिरावट आई, जबकि निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स भी 0.5 प्रतिशत तक लुढ़क गया,जो बाजार में व्यापक बिकवाली का संकेत देता है।
निवेशकों को ₹2 लाख करोड़ का नुकसान
सभी सेगमेंट में हुई बिकवाली के कारण, बीएसई पर लिस्टिड कंपनियों का कुल मार्केट कैप पिछले सेशन के ₹448 लाख करोड़ घटकर लगभग ₹446 लाख करोड़ रह गया। इससे निवेशकों को एक ही दिन में ₹2 लाख करोड़ का बड़ा नुकसान हुआ।
टॉप गेनर्स और लूजर्स
निफ्टी 50 के टॉप गेनर:
- इंडसइंड बैंक: 5.12% की बढ़त
- ट्रेंट: 1.93% की बढ़त
- टाइटन कंपनी: 1.83% की बढ़त
- मारुति सुजुकी: 1.22% की बढ़त
- महिंद्रा एंड महिंद्रा: 1.13% की बढ़त
निफ्टी 50 के टॉप लूजर्स:
- टीसीएस (TCS): 1.82% की गिरावट
- अडानी पोर्ट (Adani Port): 1.42% की गिरावट
- हिंदुस्तान यूनिलिवर (Hindustan Unilever): 1.35% की गिरावट
- जेएसडब्ल्यू स्टील (JSW Steel): 1.34% की गिरावट
- अडानी एंटरप्राइजेज (Adani Enterprises): 1.19% की गिरावट
कुल मिलाकर, वैश्विक भू-राजनीतिक तनाव और आगामी मौद्रिक नीतिगत फैसलों की अनिश्चितता के कारण भारतीय शेयर बाज़ार में बुधवार को सावधानी और बिकवाली का माहौल रहा।