TCS के तिमाही नतीजों के साथ निवेशकों को मिल सकती है डिविडेंड की सौगात, 10 जुलाई को होगी बोर्ड मीटिंग
भारत की सबसे बड़ी आईटी कंपनी, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS), जल्द ही अपने वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही (अप्रैल-जून 2025) के नतीजों की घोषणा करने वाली है। निवेशकों को इन नतीजों के साथ अंतरिम डिविडेंड़ मिलने की भी उम्मीद है।
10 जुलाई को अहम बोर्ड बैठक
TCS ने एक्सचेंज फाइलिंग में बताया कि उसके बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की बैठक 10 जुलाई 2025 को होंगी । इस बैठक में 30 जून 2025 को खत्म होने वाली तिमाही के लिए आडिडेट कंसोलिडेटेड फाइनेंशियल रिजल्ट्स को मंजूरी दी जाएगी। ये नतीजे इंडियन अकाउंटिंग स्टैंडर्ड्स के तहत तैयार किए जाएंगे , जिसमें TCS और उसकी सहायक कंपनियों के वित्तीय परिणाम शामिल होंगे। आमतौर पर कंपनी अपने तिमाही नतीजों की घोषणा शेयर बाजार बंद होने के बाद , यानी दोपहर 3:30 बजे के बाद करती है।
अंतरिम डिविडेंड और रिकॉर्ड डेट
नतीजों के साथ -साथ TCS का बोर्ड अंतरिम डिविडेंड़ पर भी विचार करेगा। कंपनी ने पहले ही 16 जुलाई 2025 को डिविडेंड़ के लिए रिकॉर्ड डेट तय कर दी है। एक्सचेंज फाइलिंग के मुताबिक अगर अंतरिम डिविडेंड़ की घोषणा होती है, तो यह उन शेयरधारकों को दिया जाएगा , जिनके नाम 16 जुलाई 2025 तक कंपनी के रजिस्टर ऑफ मेंबर्स या डिपॉजिटरी के रिकॉर्ड में दर्ज होंगे। इसका सीधा मतलब है कि जिन निवेशकों के पास इस तारीख तक TCS के शेयर होंगे, वे ही डिविडेंड़ के हकदार होंगे।
TCS भारत की आईटी इंडस्ट्री का एक बड़ा नाम है और यह तिमाही नतीजों का ऐलान करने वाली पहली प्रमुख कंपनियों में से एक है। निवेशकों और मार्केट एक्सपर्ट्स की नजर इस बार के नतीजों पर टिकी है, क्योंकि ये कंपनी के प्रदर्शन और भविष्य की योजनाओं का एक अहम संकेत देंगे। डिविडेंड़ की घोषणा भी शेयरधारकों के लिए एक अच्छी खबर हो सकती है, जो कंपनी की मजबूत वित्तीय स्थिति को दर्शाता है।