इस पावर स्टॉक में हैं बहुत पावर, कंपनी को मिला है पीएसयू से बड़ा विंड प्रोजेक्ट, LIC के पास भी कंपनी की हिस्सेदारी

शुक्रवार 13 जून को पावर सेक्टर की कंपनी Torrent Power का स्टॉक निवेशकों की रडार पर है। आज इस स्टॉक में  मामूली 1% की बढ़त देखी जा रही है, लेकिन आने वाले समय में इसमे बड़ा उछाल देखने को मिल सकता है। इसकी मुख्य वजह यह है कि कंपनी को एक प्रमुख पीएसयू (PSU) कंपनी से एक बड़ा प्रोजेक्ट मिला है। 

PSU कंपनी से मिला बड़ा विंड पावर प्रोजेक्ट

टोरेंट पावर ने जानकारी दी है कि उसकी सहायक कंपनी टोरेंट ग्रीन एनर्जी प्राइवेट लिमिटेड ने 300 मेगावाट के विंड पावर प्रोजेक्ट के लिए बोली जीती है। यह प्रोजेक्ट पीएसयू कंपनी सोलर एनर्जी कार्पोरेशन ऑफ इंडिया (SECI) द्वारा दिया गया है। 

  • यह विंड पावर प्रोजेक्ट SECI के 18 वें दौर का हिस्सा है। 
  • कंपनी को उत्पादित प्रत्येक यूनिट बिजली के लिए ₹3.97 का भुगतान किया जाएगा। 
  • बिजली खरीद समझौते (PPA) पर हस्ताक्षर होने के 24 महीने के भीतर इस प्रोजेक्ट के चालू होने कि उम्मीद है। 
  • इस प्रोजेक्ट के निर्माण की कुल लागत ₹2,650 करोड़ होने का अनुमान है। 

टोरेंट ग्रीन एनर्जी, जो पूरी तरह से टोरेंट पावर के स्वामित्व में है, इसको 11 जून को SECI की तरफ से लेटर ऑफ अवार्ड मिला। इस नए प्रोजेक्ट के साथ, टोरेंट की कुल रिन्यूएबल एनर्जी कैपेसिटी बढ़कर 3.3 गीगावाट पीक (GEp) हो गई है। 

कंपनी का प्रोफाइल और भारत के क्लीन एनर्जी लक्ष्य में योगदान

टोरेंट पावर, जो टोरेंट समूह का हिस्सा है जो भारत की शीर्ष बिजली कंपनियों में से एक है। यह बिजली के प्रोडक्शन, ट्रांसमिशन और सप्लाई तीनों क्षेत्रों में शामिल है। यह नया विंड पावर प्रोजेक्ट कंपनी को क्लीन एनर्जी की ओर बढ़ने एन मदद करेगा और वर्ष 2030 तक 500 गीगावाट नॉन-फासिल क्षमता तक पहुचने के भरत सरकार के महत्वाकांक्षी लक्ष्य का समर्थन भी करेगा। 

दमदार तिमाही नतीजे

मार्च तिमाही में टोरेंट पावर ने शानदार वित्तीय प्रदर्शन किया है:

  • कंपनी का नेट प्रॉफिट पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 146.3 प्रतिशत बढ़कर ₹1,059.6 करोड़ हो गया, जो पिछले साल की मार्च तिमाही में ₹430.2 करोड़ था।
  • हालांकि, ऑपरेशन से रेवेन्यू पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 1.1 प्रतिशत कम होकर ₹6,456.3 करोड़ रुपये पर पहुंच गया।
  • इसके बावजूद, कंपनी का EBITDA 1.9 प्रतिशत बढ़कर ₹1,130.4 करोड़ रुपये हो गया।

LIC की भी है कंपनी में हिस्सेदारी

ट्रेंडलाइन के मुताबिक, मार्च 2025 की तिमाही तक, देश की सबसे बड़ी बीमा कंपनी में LIC के भरोसे को भी दर्शाती है।