फार्मा सेक्टर में Wockhardt की दमदार वापसी: Axis Securities ने ₹1,870 के टारगेट के साथ दिया 'BUY' का मौका!
एक्सिस सिक्योरिटीज की हालिया रिपोर्ट के मुताबिक, फार्मा कंपनी वॉकहार्ट ने पिछले कुछ सालों में एक बड़ा बदलाव किया है। कर्ज और रेगुलेटरी दिक्कतों से जूझ रही यह कंपनी अब रिचर्च और इनोवेशन पर ध्यान केंद्रित कर रही है,और मुनाफे की रह पर लौटती दिख रही है।
वॉकहार्ट का कायापलट
डॉ. रेड्डीज को अपने घरेलू ब्रांड्स बेचने से मिली रकम का इस्तेमाल वॉकहार्ट ने कर्ज चुकाने और रिसर्च पर खर्च बढ़ाने में किया। कंपनी की सालाना कमाई ₹2,800 करोड़ से ₹3,000 करोड़ के बीच बनी रही है। सबसे बड़ा सुधार वित्तीय मोर्चे पर आया है: FY23 में ₹600 करोड़ से ज़्यादा का घाटा FY25 में घटकर सिर्फ ₹47 करोड़ रह गया है। यह सुधार अमेरिका में घाटे में चल रहे मर्टन ग्रोव प्लांट को बंद करने और खर्चों में प्रभावी कटौती के कारण संभव हुआ
नई दवाओं और बाज़ारों में अवसर
वॉकहार्ट ने हाल ही में भारत में निमोनिया के इलाज के लिए Miqnaf नाम की एक नई दवा लॉन्च की है। एंटीबायोटिक रेजिस्टेंस के बढ़ते वैश्विक खतरे को देखते हुए यह दवा एक बड़ा अवसर बन सकती है। Miqnaf को सऊदी अरब में 'Breakthrough Medicinal Product' का दर्जा भी मिला है, जिससे वहां इसकी बाज़ार में एंट्री तेज़ी से हो सकती है।
इसके अलावा कंपनी Zaynich नामक एक और नई दवा पर काम कर रही है, जिसकी ग्लोबल मार्केट वैल्यू लगभग $9 अरब होने का अनुमान है। वॉकहार्ट डायबिटीज के इलाज में इस्तेमाल होने वाले 'mypen 2' जैसे मेडिकल डिवाइसेस में भी कदम रख रही है। इन पहलों से कंपनी की कमाई और मुनाफा दोनों बढ़ने की उम्मीद है।
कर्ज में भारी कमी और मज़बूत बैलेंस शीट
कंपनी ने FY24 और FY25 में QIP (क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल प्लेसमेंट) के ज़रिए ₹1,600 करोड़ और पहले ₹748 करोड़ राइट्स इश्यू से जुटाए थे। इस फंडिंग से कंपनी का नेट डेट FY25 में घटकर सिर्फ ₹64 करोड़ रह गया है, जबकि दो साल पहले यह ₹975 करोड़ से ज़्यादा था। कम कर्ज की वजह से ब्याज खर्च भी घटा है, जिससे कंपनी के घाटे में कमी आई है। अब वॉकहार्ट के पास रिसर्च और अंतरराष्ट्रीय विस्तार के लिए ज़्यादा फंड और वित्तीय स्वतंत्रता है।
विश्लेषकों की राय और टारगेट
एक्सिस सिक्योरिटीज का मानना है कि वॉकहार्ट की नई रणनीति अब डिजिटल जेनेरिक दवाओं, बायोसिमिलर्स और नई एंटीबायोटिक्स पर केंद्रित है। नई दवाओं की लॉन्चिंग, अमेरिका-यूरोप में परिचालन सुधार और मजबूत बैलेंस शीट की वजह से कंपनी आने वाले समय मुनाफे में लौट सकती है।
रिपोर्ट के अनुसार,एक्सिस सिक्योरिटीज ने वखरत के शेयर को 'BUY' रेटिंग दी है और ₹1,870 का टारगेट प्राइस रखा है। इनका अनुमान है कि अगले 3 से 6 महीनों में शेयर में मौजूदा कीमत से करीब 10% की बढ़त देखी जा सकती है।
कंपनी के बारे में: वॉकहार्ट लिमितर्द एक भारतीय फार्मा और बायोटेक कंपनी है, जिसका मुख्यालय मुंबई में है। यह दवाइयों। एपीआई (Active Pharmaceutical Ingredients) और बायोसिमिलर उत्पादन बनती है। कंपनी की मौजूदगी भारत, अमेरिका, यूरोप और यूके सहित 20 से ज्यादा देशों में है। वॉकहार्ट बायोसिमिलर इंसुलिन और इनोवेटिव दवाओं के लिए भी जानी जाती है।
डिस्क्लेमर: यह खबर ब्रोकरेज की रिपोर्ट के आधार पर है। शेयर बाजार में निवेश जोखिम भर हो सकता है, इसलिए कोई भी वित्तीय फैसला लेने से पहले अपने विशेषज्ञ सलाहकार से सलाह जरूर लें।